
दिल्ली में एयर पल्यूशन कंट्रोल करने के लिए आतिशी सरकार ने ग्रैप-वन को सख्ती से लागू करने का निर्णय लिया है ग्रैप-वन में दिल्ली सरकार ने निर्माण स्थलों पर धूल की रोकथाम के लिए 99 टीमें गठित की हैं इनमें दिल्ली पल्यूशन कंट्रोल कमिटी, राजस्व विभाग और उद्योग विभाग की 33-33 टीमों को शामिल किया गया है ये सभी टीमें निर्माण साइटों की जांच करेंगी और इसकी रिपोर्ट रोजाना ग्रीन वॉर, पर्यावरण मंत्री और सीएम ऑफिस में भेजेंगी
मुख्यमंत्री ने शहर के लोगों से सार्वजनिक वाहनों का इस्तेमाल, पटाखे और कूड़ा न जलाने के साथ ही प्रदूषण की सूचना ग्रीन दिल्ली एप पर देने की अपील की है। वहीं, पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली सरकार प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए 21 सूत्रीय विंटर एक्शन प्लान पर पहले से ही काम कर रही है।
13 अक्टूबर को एयर क्वालिटी इंडेक्स 224 के स्तर पर पहुंच गया था और 14 अक्टूबर को 234 पर पिछले 2 दिन से हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में पहुंच गई सीएम आतिशी ने कहा कि जीआरएपी-1 के कार्यान्वयन में एक महत्वपूर्ण हिस्सा निर्माण साइटों पर धूल की रोकथाम है इसके लिए डीपीसीसी की 33 टीमें, राजस्व विभाग की 33 टीमें और उद्योग विभाग की भी 33 टीमें बनाई गई हैं. सभी 99 टीमें रोजाना प्राइवेट और सरकारी निर्माण साइटों का स्थलीय निरीक्षण कर धूल प्रदूषण की रोकथाम के लिए काम करेगी जिससे दिल्ली वालो बेहतर हवा दी जा सकें
मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि धूल का महत्वपूर्ण कारण दिल्ली की सड़कों का टूटा होना है इसके लिए दिन रात सड़कों के रिपेयर का काम तेजी से चल रहा है साथ ही डीएमआरसी और एनसीआरटीसी की सड़कों की रिपेयरिंग के लिए 30 अक्टूबर तक का समय निर्धारित किया गया है एमसीडी भी अपनी सड़कों का मरम्मत करवा रही है सड़कों पर मौजूद धूल को उड़ने से रोकने के लिए सड़कों और प्रदूषण के बड़े हॉटस्पॉट्स पर 200 एंटी स्मॉग गन तैनात की गयी है और दिल्ली में जनरेटर के इस्तेमाल पर भी रोक लगाई गयी है इसके लिए बिजली विभाग को निर्देश दिए गए है की बिजली विभाग अपनी टीम बनाये
मुख्यमंत्री आतिशी ने दिल्ली ट्रैफिक पुलिस को निर्देश दिए हैं कि जाम लगने वाले स्थानों को चिन्हित कर मौके पर अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात करे और जरुरत होने पे होम गार्डो की तैनाती करवाई जाये