सरकार ने भारत के 36 गांवों को देश के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थल के तौर पर सम्मानित किया है इससे पहले सरकार ने देश में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम प्रतियोगिता 2024 का आयोजन किया था शुक्रवार को पर्यटन मंत्रालय ने विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा कर इन्हें सम्मानित किया सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम प्रतियोगिता में देश भर से कुल 9 सौ इक्यानवे आवेदन प्राप्त हुए थे जिनमें से 36 गांवों को 8 श्रेणियों में विजेताओं के रुप में घोषित किया है
सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम प्रतियोगिता में उत्तराखंंड के उत्तरकाशी जिले के जखोल गांव को साहसिक पर्यटन के लिए चुना गया, जो अपनी ऊंचाई, खूबसूरत प्राकृतिक दृश्यों और चुनौतीपूर्ण ट्रेकिंग रूट के लिए जाना जाता है, ट्रेकिंग के शौकीनों के वजह से जखोल गांव तेजी से लोकप्रिय हो रहा है.
उत्तरकाशी जिले का हर्षिल गांव और पिथौरागढ़ जिले का गुंजी गांव को भी वाइब्रेंट विलेज के रूप में सम्मानित किया गया है, हर्षिल अपनी प्राकृतिक सुन्दरता, बर्फ से ढके पहाड़ों और सेब के बागानों के लिए बहुत प्रसिद्ध है, जो कश्मीर की याद दिलाता है जबकि गुंजी गांव जो की भारत के चीन और नेपाल सीमा के निकट स्थित है, अपनी सामरिक और सांस्कृतिक महत्व के कारण लोगो का मन मोह लेता है
उत्तराखंड में बागेश्वर जिले के सूपी गांव को कृषि पर्यटन के लिए पुरस्कृत किया गया है सूपी गांव अपनी पारम्परिक कृषि पद्धतियों और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है। कृषि पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ साथ पर्यटकों को ग्रामीण जीवन और खेती से जोड़ने का मौका भी देता है, ये पर्यटन के लिहाज से एक नयी पहल है
संस्कृति एवं प्राकृतिक संपदा के संरक्षण, समुदाय आधारित मूल्य व जीवन शैली को बढ़ावा देने तथा आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरण स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता को इसमें रखा जाता है। इन्हीं विषयों पर प्रविष्टियां राज्यों से आमंत्रित की जाती हैं। इस वर्ष प्रविष्टियों के आधार पर पहली बार उत्तराखंंड के चार ग्रामों को चयनित किया गया है। जो की उत्तराखंड के लिए बहुत गौरव की बात है