
पत्नी के हैरेसमेंट पर हाल ही में आये वीडियो ने सभी को अंदर से झंझोड़ दिया अपने 90 मिनट के वीडियो और 24 पन्नों के सुसाइड नोट में अतुल ने जो सच्चाई बया करी शायद हम उस सच्चाई को भुला चुके है लेकिन अतुल सुभाष जैसे देश में और भी अतुल सुभाष है हाल ही में और भी घटनाये सामने आई है जो ये बताती है की देश में और भी अतुल सुभाष है जो अपनी सच्चाई को साबित नहीं कर पाए है जो की कानून व्यवस्था पे एक सवाल खड़ा करता है, आज जहा महिला प्रधान देश में महिलाये जहा पुरुषो से कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है महिलाओ के लिए उनकी सुरक्षा के लिए देश में नए नए कानून बनाये जा रहे है वही कुछ महिलाओ ने इन कानूनों का दुरुपयोग भी करना सुरु कर दिया है, आजकल शादी जैसी धार्मिक और अटूट रिश्तो का एक मजाक सा बना दिया है, एक बिज़नेस बना दिया है, जहा सभी कानून महिलाओ की सुरक्षा के लिए है वही कुछ कानून पुरुसो के लिए भी होने चाहिए ताकि देश में और किसी अतुल सुभाष की जान ना जाये, इसी के खिलाफ दिल्ली के जंतर मंतर पे भारत के सर्वोच्च न्यायालय के वकीलों ने अपना गुस्सा जाहिर किया और कानून में संसोधन करने की मांग की