एक शोध के मुताबिक इंटरमिटेंट फॉस्टिंग से डॉयबिटीज के खतरे को टाला जा सकता है. भारत में डॉयबिटीज के रोगियों की संख्या बढ़कर दस करोड़ से ज्यादा हो चुकी है. चिन्ताजनक बात ये भी है कि करीब साढ़े तेरह करोड़ लोग प्री-डायबेटिक यानि डॉयबिटीज के मुहाने पर है. शोध में दावा किया गया है कि जीवनशैली में बदलाव कर करीब 60 फीसदी लोग डॉयबिटीज के खतरे को टाल सकते हैं. मैनचेस्टर मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी के एक शोध के मुताबिक खानपान में बदलाव और रेगुलर एक्सरसाइज इस दिशा में काफी महत्वपूर्ण है. ये शोध इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च के ताजा अंक में प्रकाशित हुआ है.